01 August 2018

विधायक नरेंद्र मेहता को गीता जैन की खुली चुनौती?

०१ अगस्त, भाइंदर। २०१४ में महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस के सर्वेसर्वा गिल्बर्ट मेंडोंसा और कांग्रेस पार्टी के मुजफ़्फ़र हुसैन के आपस की परस्पर विरोधी राजनीति से परेशान मीरा भाईंदर शहर की जनता को एक सक्षम, निष्पक्ष और स्वच्छ छवि के नेतृत्व की अपेक्षा थी लेकिन भारतीय जनता पार्टी के विधायक के रूप में चुने गए नरेंद्र मेहता से जनता को एक तरह मोहभंग हो गया। वैसे तो इसके कई कारण है लेकिन सबसे बड़ा कारण है उनकी विवादास्पद छवि। नरेंद्र मेहता जब से मीरा भाइंदर की राजनीति में सक्रीय है तब से लेकर आज तक आये दिन किसी न किसी विवाद के चलते चर्चा में बने रहते है फिर चाहे वो अवैध बांधकाम के लिए रिश्वत लेने का मामला हो, सिर्फ़ दो नगरसेवक होने के बावजूद गिल्बर्ट मेंडोंसा से हाथ मिलाकर महापौर पद हथियाना हो, टेक्नीकल हाई स्कुल के रिजर्वेशन में प्राईव्हेट स्कुल बनाने का मामला हो, टीडीआर बेचने का मामला हो, मनपा डिस्पेंसनरी के आरक्षण में प्रायव्हेट अस्पताल बनाने का मामला हो या सीआरझेड में अतिक्रमण करने का मामला हो ऐसे कई मामले हैं जो उनके राजनैतिक कार्यकाल में विवादास्पद बने रहें है।
लेकिन अब शहर कि राजनीती मे बहुत बड़ा उलटफ़ेर होने की उम्मीद जताई जा रही है। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व महापौर और विद्यमान नगरसेविका श्रीमती गीता जैन जी ने शहर के विधायक नरेंद्र मेहता को अब खुली राजनैतिक चुनौती दी है। इस तस्वीर से गीता जैन जी साफ़ सन्देश देना चाहती है की मीरा भाइंदर शहर की भाजपा अब परिवारवाद की ओर बढ़ रही है जो की स्वस्थ लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है। 
जानकारों की मानें तो आनेवाले लोकसाभा चुनाव में थाने लोकसभा की सीट पर नरेंद्र मेहता सांसद का चुनाव लड़ना चाहते है तो वही १४५ विधानसभा क्षेत्र से अपनी पत्नी सुमन मेहता जी को और १४६ विधानसभा क्षेत्र से अपनी भाभी विद्यमान महापौर डिम्पल मेहता जी को चुनाव लड़वाकर शहर की पूरी राजनीति पर अपने ही परिवार का कब्ज़ा ज़माना चाहते है। इसी आशंका के चलते १४५ विधानसभा क्षेत्र से विधायकी का चुनाव लड़ने की इच्छुक गीता जैन जी ने अब विधायक नरेंद्र मेहता के ख़िलाफ़ अपना मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ स्तर से भी अपनी लामबंदी करते हुए शहर के लोगों में भी अपना पकड़ मजबूत बनाने के लिए क़मर कस ली है इसका ताज़ा उदाहरण पुरे शहर में "धर्मस्थापनार्थ" के बड़े बड़े होर्डिंग के रूप में देखने को मिले है। "धर्मस्थापनार्थ" के इन होर्डिंग के माध्यम से गीता जैन जी ने स्पष्ट सन्देश देने की कोशिश की है की मीरा भाइंदर शहर में अब अधर्म का राज नहीं चलेगा ! हम एक नया धर्म स्थापन करेंगे ! 
सोशल मिडिया पर अब ये तस्वीर ड़ालकर गीता जैन जी ने विधायक नरेंद्र मेहता पर एक और हमला किया है। इस तस्वीर के जरिये उन्होंने कार्यकर्ताओं और नेताओं को आनेवाले दिनों भारतीय जनता पार्टी को किसी एक परिवार के हाथों की कठपुतली होने से बचाने का सन्देश देना चाहती हैं। अब देखना होगा की इस राजनीतिक रस्साकशी के खेल में कौन होता है बाजीगर और कौन होगा खतरों का खिलाड़ी ! लेकिन एक बात तो तय है की गीता जैन जी के रूप में मीरा भाइंदर शहर को एक स्वच्छ प्रतिमा रखने वाला नेतृत्व मिलाने की उम्मीद जताई जा रही है लेकिन गीता जैन जी को खुलकर मैदान में उतर जाना चाहिए ऐसा राजनैतिक जानकारों का कहना है।
~ मोईन सय्यद (संपादक लोकहित न्यूज)


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