01 February 2016

लोकहित सामाजिक संस्था का एक और प्रशंसनीय कार्य !

भायंदर (२२ जनवरी ) । भायंदर पश्चिम सेकेण्डरी स्कुल के सामने गोपिका टॉकीज के खुले मैदान में जहाँ अब लोग पेशाब करने जाते है वहाँ पर कचरे के ढेर में एक गणेशजी की मूर्ति रखी गई थी जो अपूर्ण हालत में थी। यह मूर्ति गणेश मूर्ति बनानेवाले मूर्तिकार ने यहाँ पर फेंक दी थी। चाहे जाने अनजाने में कोई शराबी या और कोई भी इस मूर्ति पर पेशाब करके इस की विडंबंना करने की संभावना थी। यहाँ से गुजरते हुए जब लोकहित सामाजिक संस्था के संस्थापक, अध्यक्ष श्री. मोईन सय्यद ने यह देखा तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने तुरंत यह बात लोकहित सामाजिक संस्था के भायंदर पश्चिम के अध्यक्ष मुकेश मेहता को बताई और इस मूर्ति को पुरे सम्मान के साथ समंदर में विसर्जित करने का निर्णय लिया गया। मुकेश मेहता जी ने भी इस बात को गंभीरता से लेते हुए तुरंत लोकहित के कार्यकर्ताओं से संपर्क किया और इस गणेश जी के मूर्ति के विसर्जन की व्यवस्था की। इस के बाद सभी ने मिलकर भाईंदर पश्चिम के खाड़ी में जाकर बड़े ही सम्मान के साथ इस गणेश मूर्ति का विसर्जन किया। इस कार्य में शैलेश महामुनकर, दत्ता सावंत, दीपक भंडारे, अशोक सोलंकी, प्रदीप सोलंकी और उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने अपना योगदान दिया।
हम जिन गणेश जी का हर शुभ काम करने से पहले स्मरण करते है उनकी यह अवस्था क्या इन देवताओं का अपमान नहीं है? इस तरह गणेश जी मूर्ति को कचरे के ढेर में फेंकना हिन्दू श्रद्धालुओं के लिए बहुत गंभीर बात है और हम सभी से अनुरोध करते है की कृपया इस तरह किसी भी देवी - देवताओं की प्रतिमाओं को कचरे में ना फेंके जिससे उनकी विडंबना होती हो। हम चाहे किसी भी धर्म के हो दूसरों के धर्म का आदर करना चाहिए तभी इस देश में आपसी भाईचारा और एकता कायम रहेगी। लोकहित सामाजिक संस्था ने पुरे सम्मान के साथ इस गणेश जी के मूर्ति का विसर्जन करके भारतीय एकता की एक और मिसाल कायम की है जिसकी समाज के सभी स्तर से प्रशंसा की जा रही है। जय हिन्द !