21 June 2016

मिरा भायंदर मनपा प्रशासन और सत्ताधारी भाजपा-शिवसेना के तोड़क कारवाई के खिलाफ लोगों में फूटा गुस्सा! सत्ताधारी भाजपा में पड़ी भारी फुट, कांग्रेस के आमदार मुजफ्फर हुसैन के विरोध प्रदर्शन को मिल रहा जनता का भारी समर्थन!

मोईन सय्यद (संपादक लोकहित न्यूज), भायंदर, २० जून। भाजपा के विद्यमान आमदार नरेंद्र मेहता अपने फायदे के लिए टिडीआर लेने के चक्कर मे मिरा भायंदर शहर को उजाड़ने मे लगे हुए है और इस बार उन्होंने मीरा भायंदर शहर के डिपी रोड चौड़ा करने का बहाना बनाकर पुरे शहर मे तोड़फोड़ मचाई है जिसके चलते हजारो लोग बेघर हो रहे है । जनता की पुनर्वसन का और उनको मुआवजा देने की किसी भी तरह योजना न बनाते हुए इस तरह शहर की दुकाने और बिल्डिंगे तोडी जा रही है, जिसके खिलाफ शहर के लोगो मे भयंकर नाराजगी देखने को मिल रही है । इस मुद्दे पर आवाज उठाते हुए कांग्रेस ने लगातार विरोध प्रदर्शन किए है । इसी तरह सोमवार 20 जुन के दिन भी कांग्रेस के आमदार मुजफ्फर हुसैन के नेतृत्व मे भायंदर पूर्व में विशाल मोर्चा निकाला जिसमे शहर के सभी व्यापारी और नागरिक शामिल हुए थे । इस विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में तोड़फोड़ से बाधित हुए भाजपा समर्थित व्यापारी भी शामिल हुए थे जिसेसे भाजपा के नेता गुस्साए हुए दिखाई दे रहे थे। लेकिन इसके बावजूद इस मुद्दे पर जनता का साथ देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रोहिदास पाटिल भी शामिल हुए। इस तोड़क कारवाई के पिछे भाजपा के आमदार नरेंद्र मेहता का टिडीआर लेने की मंशा है और कुछ नही है इससे शहर के लोगो का काफी नुकसान होनेवाला है हजारो लोग बेघर होंगे उनका पुनर्वसन कैसे होगा? उन्हें मुआवजा कैसे दिया जाएगा? ऐसे कई सवाल होने के बावजूद सत्ताधारी आननफानन में यह तोड़क कार्रवाई कर रही ऐसा आरोप मुजफ्फर हुसैन द्वारा लगाया जा रहा है । मनपा की यह तोड़क कारवाई को देखते हुए इस आरोप मे काफी सच्चाई भी दिखाई देती है । अब देखना होगा कि आने वाले दिनो मे बाकी राजनैतिक दल इस मुद्दे पर जनता का समर्थन करते है या फिर अपनी राजनैतिक मजबूरी के चलते नरेंद्र मेहता का साथ देते है । 

शहर के विकास के नाम पर किसी भी तरह की योजना न बनाते हुए सिर्फ एक राजनैतिक नेता के कहने पर इस तरह की तोड़क कार्रवाई करने के लिए अब मनपा आयुक्त को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और संभावना है की जब यह मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है तब बलि का बकरा बनकर मनपा आयुक्त अच्युत होंगे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया जा सकता है ऐसी चर्चा शहर में जोरों पर है। लेकिन इस तोड़क कारवाई से एक बात तो तय है की मीरा भायंदर शहर के जिन लोगों के दूकान-मकान टूटे है और जो लोग बेघर हुए है उन लोगो के लिए अभी अच्छे दिन नहीं है और आने वाले मनपा चुनावों में सत्ताधारी भाजपा-शिवसेना को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है ऐसा राजनैतिक विश्लेषकों का कहना है।